Breaking NewsDelhi & NCRNoida
जेवर गैंगरेप मामला : आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मुश्किल में फंसी यूपी पुलिस
ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के जेवर में हुए एक ही परिवार के 4 महिलाओं के साथ गैंगरेप और एक शख्स की हत्या के मामले में हुए एक खुलासे ने यूपी पुलिस की मुसीबतें बढ़ा दी है। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा के जेवर से बुलंदशहर जाने वाले हाईवे पर एक ही परिवार के चार महिलाओं के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया था, जबकि एक शक्स की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने बीते दिनों मुठभेड़ के बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले की खुलासे की बात कही, लेकिन इस मामले में अब जो खुलासा हुआ है उसने यूपी पुलिस की मुसीबतें बढ़ा दी है। आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है ?
दरअसल जिन चार आरोपियों को मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उनमें से दो आरोपियों के परिजनों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। परिजनों का आरोप है कि कि आरोपी को पुलिस ने अवैध हिरासत में रखने के बाद फंसाया है। इस मामले पर कोर्ट में 4 अगस्त को सुनवाई होगी।
बताया जा रहा है कि जेवर गैंगरेप की वारदात के बाद नोएडा के सेक्टर 58 पुलिस ने वारदात की फिराक में घूम रहे सात आरोपियों को 17 गिरफ्तार किया था, जिनमें से चार आरोपी गैंगरेप में भी शामिल थे बावजूद इसके पुलिस इन आरोपियों से सच नहीं उगलवा पाई।
अधिवक्ता बलराज भाटी ने बताया कि कोर्ट में 156/3 के अंतर्गत दी गई याचिका में आरोपी राकेश की मां संतोष और उसके चचेरे भाई दीपक के पिता प्रकाश ने दावा किया कि घटना वाली रात राकेश और दीपक अपने घर थे। वह प्याज बेचने का काम करते हैं।
आरोप है कि पुलिस ने 31 मई को राकेश व दीपक को पुलिस ने घर से उठाया था। 1 जून को इसकी शिकायत रोहतक के आईजी, गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी समेत अन्य अधिकारियों से की गई। इन्हें 14 दिन तक अवैध हिरासत में रखा गया।
अब आरोपी राकेश और दीपक के परिजनों की और से एसएसपी लव कुमार, एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह, जेल अधीक्षक एमएल यादव, थाना इंचार्ज फेस-2, सेक्टर-58, जेवर, जारचा आदि के 10 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।