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फ़र्ज़ी कंपनी के जरिए जीएसटी रिफंड प्राप्त कर सरकार को लगा रहे थे चूना, Noida Police ने 8 को दबोचा
नोएडा : यूपी की हाइटेक सिटी कहीं जाने वाली नोएडा की पुलिस ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो फर्जी दस्तावेजों से जीएसटी नंबर सहित फ़र्ज़ी फर्म बनाकर सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे थे। नोएडा की थाना सेक्टर 20 पुलिस ने इस मामले में दोषी 2 CA समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर गैंग का पर्दाफाश किया है। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में जुटी है और इनके द्वारा किए गए फर्जीवाड़े का पता लगा रही है।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पकड़े गए आरोपी फर्म का फर्जी बिल बनाते थे और जीएसटी रिफंड (इनपुट टैक्स क्रेडिट) प्राप्त कर सरकार को चूना लगाते थे। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद 2660 फर्जी कंपनियां मिली हैं। इनमें 15 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का बीते 4.5 साल में आरोपियों ने जीएसटी रिफंड लिया है। नोएडा पुलिस आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज कर संपत्ति कुर्क की कार्रवाई करेगी। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने फर्जी कंपनियां बनाकर जीएसटी रिफंड के नाम पर चूना लगे रहे गि रोह को पकड़ने वाली टीम को 25 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है।
मई में सेक्टर-20 थाने में पैन कार्ड से फर्जी कंपनी खोलने के प्रयास का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले की जांच की तो हजारों करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ। गिरफ्त में आए आरोपियों की पहचान यासीन शेख, आकाश सैनी, राजीव, अतुल सेंगर, दीपक मुरजानी, अश्वनि, विनीता के रूप में हुई है। पुलिस ने सभी को मधु विहार (दिल्ली) स्थित जिबोलो कार्यालय से गिरफ्तार किया। दीपक मुरजानी मास्टरमाइंड है। सभी आरोपी सरकार को जीएसटी रिफंड लेने के लिए दो टीमों में काम करते थे। दोनों टीमें से दूसरे से मिलती नहीं थीं। बात करने के लिए वॉट्सऐप कॉल करते थे।
पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से तीन कार बरामद हुईं हैं। इसमें से एक कार पर दिल्ली सरकार लिखा हुआ है। पुलिस ने 12.66 लाख रुपए, 32 मोबाइल फोन, कम्प्यूटर सिस्टम, हार्ड डिस्क और फर्जी पैन और आधार कार्ड बरामद किए हैं। फर्जी कंपनियों को जीएसटी नंबर कैसे मिला? इसमें किसी बड़े जीएसटी अधिकारी की भागीदारी तो नहीं है? इसी की जांच के लिए नोएडा पुलिस से जीएसटी केंद्र और प्रदेश मुख्यालय को लेटर भेजकर जांच करने के लिए कहा है। फर्जी कंपनियां कौन है इसकी जांच के लिए स्पेशलिस्ट को लगाया गया है।