Uncategorized
नोएडा पुलिस के लिए कोई मायने नहीं रखती सुप्रीम कोर्ट का आदेश ! घायल की मदद करने वाले को हवालात में ठूसा
नोएडा : जहाँ एक तरफ सरकार, प्रशासन और न्यायालय एक स्वर में लोगों से जरुरतमंदों की मदद करने की अपील करती है और इसके लिए तमाम तरह के कानून भी बनाये जाते हैं, वहीँ पुलिसकर्मियों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के इन आदेशों की सरेआम धज्जियाँ उड़ा रही है। ताज़ा मामला दिल्ली से सटे हाईटेक सिटी नोएडा है, जहाँ पुलिसकर्मियों की अमानवीयता का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आईये जानते हैं कि पूरा मामला क्या है।
दरअसल नोएडा के सेक्टर-71 में हुए एक सड़क हादसे में दो शख्स घायल हो गए, जिसे एक युवक ने मानवता दिखाते हुए कैलाश हॉस्पिटल पहुँचाया। हालाँकि समय पर इलाज़ नहीं हो पाने के कारण इसमें से एक की मौत हो गई, जबकि दूसरे का उपचार ICU में किया जा रहा है। बहरहाल इस मामले में जहाँ युवक की मानवता देखने को मिली, वहीँ पुलिस की अमानवीयता देखने को मिली। घायल की मदद करने मौके पर पुलिस पहुँच तो नहीं सकी, लेकिन उलटे घायल की मदद करने वाले युवक को हवालात में ठूस दिया।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी कर स्पष्ट किया हुआ है कि सड़क हादसे में घायल की मदद करने वाले से किसी भी तरह की पुलिस पूछताछ या कार्यवाही नहीं होगी, न ही घायल के उपचार से पहले अस्पताल को किसी भी तरह से पुलिस की अनुमति की जरुरत होगी, ऐसे में नोएडा पुलिस का ये कारनामा ये बताने के लिए काफी है कि यहाँ की पुलिस प्रशासन सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को अमल में लाने के लिए कितनी गंभीर है। अगर पुलिस का यहीं रवैया रहा तो लोग किस तरह से जरूरतमंदों की मदद कर पाएंगे। बताया रात से ही मदद करने वाले युवक को पुलिस ने थाने में बंद कर रखा है।