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राम रहीम पर आये सीबीआई अदालत के फैसले का स्वराज इंडिया ने किया स्वागत
नई दिल्ली : नवगठित राजनीतिक पार्टी स्वराज इंडिया ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर सीबीआई अदालत के फ़ैसले का स्वागत किया है। पंचकूला की सीबीआई अदालत ने गुरमीत राम रहीम को दो महिला अनुयायियों से बलात्कार का दोषी पाया।
स्वराज इंडिया ने अदालत के फ़ैसले का स्वागत करते हुए डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। पार्टी अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने डेरा-प्रेमियों से शाह मस्ताना जी महाराज की सच्ची परंपरा के अनुसार शांति और सौहार्द का वातावरण बनाने की अपील की है।
स्वराज इंडिया ने कहा कि इस फ़ैसले से देश की आम जनता में न्याय-व्यवस्था के प्रति विश्वास मजबूत होगा। साथ ही उस वर्ग के लिए एक सकारात्मक संदेश जाएगा जिसे लगता है कि देश का कानून और संविधान बाबाओं, नेताओं, डेरों और पार्टियों जैसी ताकतों के सामने झुक जाता है। अदालत के इस निर्णय के जरिये एक लोकतांत्रिक देश ने पीड़ित परिवार को साहस और कानून में भरोसा रखने का कारण दिया है।
पिछले चार दिनों से पूरी जानकारी होने के बाद भी जिस तरह से लाखों भक्तों को सरकार ने एक शहर में इक्कट्ठा होने दिया वो मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की नाकामी को प्रदर्शित करता है। धारा 144 लगाने के बाद भी सरकार ने भारी भीड़ को इक्कट्ठा होने से नहीं रोका। पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने जब इसपर सवाल किया तो सरकार ने क्लेरिकल ग़लती का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया। डेरा समर्थकों की भारी संख्या के कारण ही चिंताजनक और घबराहट वाली स्थिति उत्पन्न हो गई। एक आरोपी की अदालत में पेशी सुनिश्चित कराने के लिए सरकार को कई ट्रेनें, बसें, स्कूल कॉलेज बन्द करने से लेकर, एसएमएस और इंटरनेट सेवा तक बाधित करनी पड़ी। खट्टर सरकार इससे पहले भी संत रामपाल और जाट आरक्षण हिंसा के मामलों में पूर्णतः नाकाम रह चुकी है। इससे स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री न ही अपनी ग़लतियों से सीख रहे हैं और न ही दबाव में काम करने की उनमें क्षमता रखते हैं।
स्वराज इंडिया इस गंभीर परिस्थिति और हिंसा के लिए प्रदेश सरकार को ज़िम्मेदार मानती है। योगेंद्र यादव ने कहा है कि हरियाणा में तीन साल में तीसरी बार इतने व्यापक पैमाने पर हिंसा के बाद मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। सच ये है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से लेकर हरियाणा के तमाम बीजेपी नेता कल तक डेरा समर्थकों को शह दे रहे थे, आश्रय का आश्वासन दे रहे थे। इसलिए इस हिंसा की नैतिक जिम्मेदारी सरकार की है।
योगेंद्र यादव ने कहा कि हरियाणा और पंजाब की पार्टियां वोट की सौदेबाज़ी में डेरे के साथ कभी न कभी संलिप्त रही हैं। इसके अलावा सभी महत्वपूर्ण पार्टियों – चाहे बीजेपी, कांग्रेस, इनेलो, आम आदमी पार्टी या अकाली दल – की इस मामले पर अब तक की चुप्पी भी एक सवालिया निशान है। और तो और, इन्हीं राजनीतिक पार्टियों के संरक्षण और मिलीभगत से आज ये समस्या इतनी विकराल रूप ले चुका है।
अब जबकि अदालत ने अपना फ़ैसला सुना दिया है तो डेरा सच्चा सौदा के सभी अनुयायियों से स्वराज इंडिया ने शाह मस्ताना जी महाराज की सच्ची परंपरा को याद करते हुए शांति और सौहार्द बनाये रखने की अपील की है।