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34वीं बार पीएम मोदी ने की ‘मन की बात’, बताया 5 साल का एजेंडा
नई दिल्ली : पीएम मोदी ने आज आकशवाणी के कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिये देश के लोगों को संबोधित किया। ये 34 वां मौका है जब पीएम मोदी ने कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिये देश के लोगों के सामने अपनी बात रखी है। आज के मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने अपनी पार्टी और सरकार के 5 साल का एजेंडा लोगों के सामने रखा। आईये जानते है पीएम मोदी के 34वें ‘मन की बात’ की प्रमुख बातें :
बहुत सारे संकल्पों के साथ देशवासियों धन्यवाद: पीएम मोदी
मैंने कहा कि आप मैच जीतीं या न जीतीं लेकिन देशवासियों को जीत लिया हैः पीएम मोदी
उनपर बोझ था कि विश्व कप नहीं जीत पाईं। पहली बार ऐसा हुआ कि जब बेटियां फाइनल नहीं जीतीं तो देशवासियों ने इसे अपने कंधों पर ले लियाः पीएम मोदी
हमारी बेटियां देश का नाम रोशन कर रही हैं। पिछले दिनों महिला क्रिकेट टीम की बेटियों से मिलने का मौका मिलाः पीएम मोदी
आइये अपने उत्सवों को गरीबों के साथ जोड़ें, उनकी अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ें: पीएम मोदी
सार्वजनिक गणेश उत्सव का एक महत्व है। यह वर्ष सार्वजनिक गणेशोत्सव का 125वां वर्ष है, इसे लोकमान्य तिलक जी ने शुरू किया थाः पीएम मोदी
राखी के साथ लाखों लोगों का रोजगार जुड़ा होता हैः पीएम मोदी
त्योहार से रिश्तों में मिठास आती है, व्यक्ति से समाज को जोड़ते हैंः पीएम मोदी
15 अगस्त के लिए अपने विचार भेजें: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
मुझे भाषण लंबा होने की शिकायत मिली, भाषण छोटा करने की कोशिश: पीएम मोदी
भारत छोड़ो आंदोलन के बिगुल से अंग्रेजों को जाना पड़ा: पीएम मोदी
9 अगस्त का भारत छोड़ो आंजोलन का आह्वान हुआ: पीएम मोदी
अगस्त में आजादी की तारीख की अनेक घटनाएं: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
महात्मा गांधी के आह्वान पर लाखों भारतवासी जीवन को संघर्ष में झोंक रहे थेः ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ, अगस्त महीने में देश आजाद हुआ। इस साल हमें भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
2017 से 2022 संकल्प सिद्धि के वर्ष हैं। 2017 को संकल्प वर्ष के रूप में मनाएं तो 2022 तक सफलता दिखेगीः ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
1942 से 1947 तक पांच साल निर्णायक थे। 1947 से कई सरकारे आईः ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
1857 से शुरू हुआ स्वतंत्रता संग्राम 1942 तक किसी न किसी रूप में चलता रहाः ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
असहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में महात्मा गांधी के दो अलग-अलग रूप देखने को मिलते हैं ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन का आह्वान किया लेकिन कई बड़े नेता जेल में थेः ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
अगस्त में आजादी की तारीख की अनेक घटनाएं: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
अगस्त का महीना क्रांति का महीना है: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
GST भारत की सामूहिक शक्ति का उदहारण: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
GST से अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
वर्षा जब विकराल रूप लेती है तब पता चलता है कि पानी की विनाश करने की भी कितनी ताकत होती है: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
बाढ़ जैसी आपदाएं (प्रकृति का भीषण स्वरूप) बहुत विनाश कर देती हैं: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
पर्यावरण में बदलाव का निगेटिव असर हो रहा है: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
भारत के कई हिस्से बाढ़ से जूझ रहे हैं व्यापक स्तर पर राहत कार्य हो रहे हैं, पूरी मॉनीटरिंग हो रही: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
बाढ़ पीढ़ितों को मदद के भरसक़ प्रयास हो रहे हैं: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
हमारे किसान भाइयों को बाढ़ से काफी नुकसान होता है, हमने बीमा कंपनियों को एक्टिव करने की योजना बनाई है: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
बाढ़ से निपटने के लिए हेल्पलाइन 1078 लगातार काम कर रही है: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
मौसम का पूर्वानुमान अब करीब सटीक निकलता है, हम भी इसके मुताबिक कार्यक्रम तय करें ताकि नुकसान से बच सकें: ‘मन की बात’ में पीएम मोदी
पर्यावरण में बदलाव आने से उसका प्रभाव दिख रहा है। देश के कई हिस्से अति वर्षा के कारण प्राकृतिक आपदा से ग्रसित हैं: पीएम मोदी