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सुप्रीम कोर्ट का आदेश ताक पर, ग्रेटर नोएडा में पति ने पत्नी को कहा ‘तलाक-तलाक-तलाक’

ग्रेटर नोएडा : तीन तलाक मामले पर जहां देश की सर्वोच्च न्यायालय ने बड़ा फैसला सुनाते हुए इस प्रथा पर 6 महीने के लिए बैन लगा दिया है, वही सुप्रीम कोर्ट द्वारा बैन लगाए जाने के बावजूद तीन तलाक के मामले सामने आ रहे हैं। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक पर बैन लगाते हुए केंद्र सरकार को इस मामले में कानून बनाने के निर्देश जारी किये है, साथ हीं स्पष्ट किया है कि इन 6 महीनों में तीन तलाक का कोई भी मामला मान्य नहीं होगा, बावजूद इसके मुस्लिम समाज में तीन तलाक का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताज़ा मामला ग्रेटर नोएडा का है, जहाँ सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए एक पति ने अपनी पत्नी को तीन तलाक का फरमान सूना दिया। इस मामले में अब दो बच्चों की मन, तलाक पीड़िता ने डीएम से गुहार लागाई है।

पीड़ित महिला का कहना है उसकी 13 साल पहले जारचा के ही रहने वाले मोहम्मद मियां से शादी हुई थी। उसकी दो लड़कियां है। लड़का पैदा न होने पर उसके ससुरालवाले उससे नाराज़ रहने लगे। उसके पति ने दहेज में ₹5 लाख और कार की मांग कर दी। और तो और पति अक्सर महिला के साथ मारपीट भी करने लगा। उसके इस कृत्य में उसका जेठ, जेठानी भी शामिल हैं।

बीते अप्रैल माह में वो परेशान हो कर अपने मायके आ गई। बीते 24 अगस्त की सुबह उसके पति ने उसके मायके के दरवाजे पर आ कर तीन तलाक का फरमान सुना दिया और घर में दूसरी औरत ले आया। जब मेरे मायके वाले ससुराल जा कर बात करनी चाही तो जवाब मिला जो करना है कर लो या नहीं तो सुप्रीम कोर्ट जाओ । इसके बाद वो 28 अगस्त को अपनी बच्चियों के साथ ससुराल गयी तो उसके जेठ और पति ने तलवार और हथियार निकाल लिए और उन्हें दौड़ा दिया। उसके साथ मारपीट की गई।

महिला का आरोप है जारचा थाना में जब वो शिकायत ले कर गई तो उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। अब पीड़ित ने डीएम से न्याय की गुहार लगाते हुए जारचा थाना में मुकदमा दर्ज कराने का अनुरोध किया है।

इस सम्बंध में एसएचओ जारचा शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा है पीड़िता और इनके परिजनों ने थाने पर कोई शिकायत नही की संपर्क किया गया है। प्रार्थना पत्र प्राप्त होने पर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

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