Breaking NewsSports
2022 FIFA World Cup : अर्जेंटीना ने खत्म की यूरोप की बादशाहत, जीत के साथ मेसी ने ली विदाई

नई दिल्ली : क़तर में आयोजित फीफा विश्व कप के खिताबी मुकाबले में अर्जेंटीना ने अर्जेंटीना ने फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया और तीसरी बार वर्ल्ड चैम्पियन का खिताब हासिल किया। इसी के साथ अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी के शानदार फुटबॉल करियर का अनंत हो गया है। अर्जेंटीना की इस जीत को लेकर भारत में भी जश्न देखने को मिला और लोगों ने अर्जेंटीना को जीत की बधाई दी। पीएम् मोदी ने भी अर्जेंटीना की टीम को जीत की बधाई दी।
अर्जेंटीना ने FIFA World Cup में खत्म की यूरोप की बादशाहत
गौरतलब है कि, पिछले 16 सालों से यूरोपीय देशों ने फीफा विश्व कप पर अपना एकाधिकार जमा रखा था। 2002 में अंतिम बार यूरोप से बाहर दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील विश्व चैंपियन बना था और 2006 विश्व कप तक चैंपियन रहा था। 2006 से लेकर 2022 तक यूरोपीय देश ही फीफा विश्व कप चैंपियन रही। कतर में जब नेमार और लियोनल मेसी की अगुआई में ब्राजील और अर्जेंटीना अपनी दावेदारी पेश करने उतरी थी तो दोनों देशों के सामने 16 साल से चले आ रहे यूरोपियन दबदबे को तोड़ने की चुनौती थी।
सर्वाधिक पांच बार (1958, 1962, 1970, 1994, 2002) के विश्व चैैंपियन ब्राजील और इस विश्व कप से पहले दो बार खिताब जीतने वाले अर्जेंटीना (1978, 1986) इस बार भी जीतने के प्रबल दावेदारों में थी। हालांकि, तेज तर्रार और आक्रामक फुटबॉल खेलने वाली अर्जेंटीना की टीम रक्षात्मक और तकनीकि फुटबॉल खेलने वाले यूरोपीय देशों से आगे निकल गई और तीसरी बार खिताब अपने नाम किया।
ब्राजील और अर्जेंटीना के अलावा उरुग्वे तीसरा दक्षिण अमेरिकी देश है, जिसने फीफा विश्व कप जीता है। फीफा विश्वकप का पहला विजेता भी उरुग्वे 1930 में बना था। 1950 में भी उसने मेजबान ब्राजील को एक लाख 45 हजार दर्शकों के बीच मरकाना स्टेडियम में 2-1 से हराकर न सिर्फ विश्व खिताब जीता बल्कि उस दौरान का सबसे बड़ा उलटफेर भी किया। हालांकि, इस बार उरुग्वे की टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी।