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101 स्कूलों में दिखा मॉक ड्रिल से भूकंप से निपटने का दम
गौतम बुद्ध नगर :- मेगा मॉक ड्रिल के तहत करीब 101 स्थानों पर एक साथ आपदा से निपटने का अभ्यास किया गया, ताकि लोग वास्तविक आपदा के लिए तैयार हो सकें। भूकंप से निपटने के इस रिहर्सल में करीब एक लाख से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। इस मेगा ड्रिल पर नजर रखने के लिए एनडीआरएफ के अधिकारियों को स्वतंत्र निरीक्षक के तौर पर तैनात किया गया था, जो तैयारियों को लेकर संतुष्ट दिखे। वहीं लिम्बा बुक ऑफ रिकॉर्ड के अधिकारियों ने भी इस मेगा ड्रिल की एक रिपोर्ट तैयार की। पहले से तय योजना के अनुसार ठीक 11.20 बजे ही 101 स्कूलों पर सायरन बजने लगे और एलान होने लगा कि नोएडा में जबरदस्त भूकंप के झटके लग रहे हैं। सभी लोग तुरंत स्कूल को खाली कर खुले स्थान पर निकल आए।जिसके बाद स्कूल के टीचरों ने बच्चों की गिनती करनी शुरू की। भूकंप से बचने के लिए बच्चों समेत एजेंसियों को भी रहना होगा तैयार-एनपी सिंह जिला प्रशासन द्वारा गठित की गई टीमों में पूर्व डीएम एनपी सिंह, एडीएम केशव कुमार, दोनों एसएसपी धर्मेंद्र कुमार यादव, लव कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक प्रबल प्रताप सिंह समते नोएडा प्राधिकरण के कई अधिकारियों समेत एनडीआरएफ की टीम भी मौजूद रही। इस पूरे मॉक ड्रिल का संचालन का संचालन सेक्टर-44 स्थित महामाया बालिका इंटर कॉलेज में स्कूल के मैदान में की गई। इस पूरे मॉक ड्रिल का नेतृत्व एनडीआरएफ की टीम द्वारा किया गया। इस दौरान एनडीआरएफ की टीम ने बच्चों की मानिटिरिंग भी की। महामाया बालिका इंटर कॉलेज में मॉक ड्रिल के दौरान पूर्व डीएम एनपी सिंह ने कार्यक्रम की शुरूआत में कहा कि नोएडा भूंकप का सबसे खतरनाक जोन माना जाता है। इसलिए यहां बच्चों समेत इमरजेसी एजेंसियों को भी हमेशा
तैयार रहना होगा। जिससे इस तरह की घटनाओं को बचाया जा सके|पहले दी गई थी ट्रैनिंग-एनपी सिंह मॉक ड्रिल की शुरूआत में पूर्व डीएम एनपी सिंह ने बतायाकि चार महीने पहले सभी 101 स्कूलों के टीचरों को बुलाकर मॉल ड्रिल के बारे में पूरी जानकारी दी गई थी। जिसके बाद सभी स्कूलों के टीचरों को वस्टऑप के जरीए भूकंप की जानकारी के साथ इस मॉक ड्रिल की योजना बतायी गई थी। उन टीचरों ने इस दौरान अपने स्कूल के बच्चों को इसके बारे में जानकारी दी। डीएवी, कैम्ब्रिज,एपीजे, रॉकवुड, मेरीगोल्ड पब्ल्कि स्कूल सहित अनेक स्कूल इसमें शामिल हैं।