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पंचशील बालक इन्टर कॉलेज के आसपास के क्षेत्र में बनी झुग्गी झोपड़ियो में रहने वाले बच्चो को शिक्षा के प्रति जागरूक किया

गौतम बुद्ध नगर :- नोएडा में पंचशील बालक इन्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर नीरज टंडन ने बताया कि पंचशील बालक इन्टर कॉलेज के आसपास के क्षेत्र में बनी झुग्गी झोपड़ियो में रहने वाले बच्चो को शिक्षा के प्रति जागरूक किया | साधन व संसाधन रहित बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने एवं सहायता पहुचाने के उद्दयेश से एक वरिष्ठ जागरूक नागरिक शांति प्रसाद अग्रवाल ने इसकी पहल की | शांति प्रसाद अग्रवाल दूरदर्शन में निदेशक के पद पर कार्यरत रह चुके हैं और वर्तमान में वे एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता हैं | शांति प्रसाद अग्रवाल की खास बात ये है कि वह किसी भी संस्था की सहायता लिए स्वयं ही समाज के अक्षम वर्ग के उत्थान के लिए कार्य करते हैं | शांति प्रसाद अग्रवाल की इस व्यक्तिगत पहल में पंचशील बालक इन्टर कॉलेज ने सहयोग करते हुए बच्चों की पढाई लिखाई के लिए उपयुक्त स्थान व अध्यापक उपलब्ध कराये | गर्मियों की छुट्टियों के चलते विदयालय के भवन का इससे बेहतर उपयोग और क्या हो सकता था इसलिए बच्चों को यहाँ पढ़ने की अनुमति दी गयी | सर्वप्रथम ऐसे बच्चों के अभिभावकों को शिक्षा के प्रति जागरूक करते हुए शिक्षा का महत्व समझाया और अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए तैयार हुए | इनमे वह बच्चे भी शामिल है जो पहले से कहीं पढ़ रहे थे पर इन छुट्टियों में यहाँ आने से उनकी पढाई में निरंतरता बनी रही |
4 से 16 वर्ष की आयु के लगभग 70 बच्चों के एक समूह को इन गर्मियों की छुट्टियों के दौरान नैतिक शिक्षा, अनुशासन, समय का महत्व, पढ़ने का महत्व, मस्तिष्क विकास की क्रियाएं, अभिवादन व सम्मान के तरीके, सभ्य व्यव्हार के तौर तरीके, स्वास्थ्य की देख भाल, साफ़ सफाई से जुडी बातें, मैडिटेशन और कुछ ऐसी बातें बच्चों को सिखाई गयी जिनका दैनिक जीवन में काफी महत्व होता है | शांति प्रसाद अग्रवाल के अनुसार शिक्षा जीवन पर्यंत चलती रहती है, शिक्षा का अंत नही है अत: इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमारा प्राथमिक उद्दयेश था कि कम समय में भी हम बच्चों को इस प्रकार से प्रशिक्षित करें ताकि अभिभावक अपने बच्चों की क्षमताओं से परिचित हो सके और उन्हें वे आगे पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें | गर्मियों की छुट्टियों में इन सभी बच्चों ने काफी उत्साहपूर्वक प्रशिक्षण लिया जिसके परिणाम स्वरुप इसका सकारात्मक बदलाव उनके व्यक्तित्व में देखने को भी मिला | गर्मियों की छुट्टियों के दौरान इस गतिविधि का यह प्रथम चरण था जिसमें विद्यालय ने छोटे बच्चों के लिए कक्षा 1 से 5 तक की एन.सी.आर.टी. पुस्तकें बच्चों में वितरित कीं | शांति प्रसाद अग्रवाल की इस पहल में विद्यालय के अध्यापक दीपक ठुक्रेला व अनु का निरंतर योगदान और समर्पण सराहनीय रहा और इनके साथ आगे आई एक अन्य जागरूक नागरिक ओमेक्स निवासी शैफाली गुप्ता ने भी बच्चों को शिक्षित करने में अपना योगदान दिया |
प्रधानाचार्य डॉक्टर नीरज टंडन ने बताया कि अक्षम वर्ग के बच्चों को शिक्षित करने में पंचशील बालक इन्टर कॉलेज हमेशा सहीयोग करेगा |
उपरोक्त गतिविधि की दूसरे चरण में कक्षा 6 से 8 तक की पुस्तकों का वितरण किया जायेगा जो की भविष्य में प्रस्तावित है |